पिछले दो दिनों से कुछ ज्यादा ही बवाल मचा रखा है सेकुलर कांग्रेसियो में लेकिन उनमे से कोई भी उन आरोपों का जबाब क्यों नहीं दे रहा है ,अगर उनको सोनिया गाँधी का पक्ष रखना है तो रख सकते है लेकिन सच्चाई हमेशा कडवी होती है इसलिए कोई भी उन आरोपों सोनिया का सच जान बेकाबू क्यों होते हो?
एक बार फिर लोकतंत्र पर आपातकाल मंडरा पड़ा है. राजमाता सोनिया गांधी के सिपहसालारों ने कांग्रेसी गुण्डों, माफियाओं और लोकतंत्र के हत्यारों का आह्वान किया है कि वह देशभर में संघ कार्यालयों पर धावा बोल दे. इसका तत्काल प्रभाव हुआ और कांग्रेसी गुण्डों ने संघ के दिल्ली मुख्यालय पर धावा भी बोल दिया. ठीक वैसे ही जैसे इंदिरा गांधी की मौत के बाद सिखों को निशाना बनाया गया था. हिंसक और अलोकतातंत्रिक मानसिकता से ग्रस्त कांग्रेसी सोनिया का सच जानकर आखिर इस तरह बेकाबू क्यों हो रहे हैंको काटने का प्रयत्न नहीं कर रहा है बस पुतले जलाने का काम कर रहे है
No comments:
Post a Comment