सिंह गर्जना करके "हिंदूरास्त्र" बनायेंगे ,
अगर कही कोई ...सामने आया,उसको मार भगाएंगे,
जिहादियों और मिस्नारियो को कुचलते जायेंगे ,
कसम राम की खाके राम मंदिर बनायेंगे,
कोई रोक ना हमें पायेगा,कोई टोक हमें न पायेगा,
हम हिंदू युवाओ के पैरों को , कोई डिगा नहीं पायेगा,
सत्रु हमारे मार्ग से स्वतः ही भाग जायेंगे,
हम भारत के शेरो से कोण अब टकरा पायेगा,
सिंध , कराची ढाका में फिर से भगवा लहराएंगे,
सिंह गर्जना करके फिर से "हिन्दुरास्त्र" बनायेंगे,
वीर शिवाजी के वंसज हम, फिर अलख जगायेंगे,
सो रहे हिंदू समाज को हम फिर से जगायेंगे,
देश प्रेम का पथ हर बचे को पढायेंगे,
प्राणों की आहुति देके देश की आन बचायेंगे,
सकल विश्व में फिर से भारत का परचम लहराएंगे,
सिंह गर्जना करके "हिंदूरास्त्र" बनायेंगे..... हर हर महादेव.....
जिन राहों पर बढ़े हों वीर अनेक,
उन राहों को मैं भी अपनाता हूँ !
जिस गीत में गुणगान वीरों का हो,
उस गीत को मैं भी गाता हूँ !
देश की खातिर मर मिटना भी,
हर गौरव से उँचा गौरव है !
जिन्होने किए मात्रभूमि पर प्राण कुर्बान,
उन शहीदों को मैं शीश झुकता हूँ !!
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